False Smut disease of Rice कंडुआ या हल्दी रोग पहचान और सबसे सस्ता उपचार

धान  की फसल में false smut Ustilaginoidea virens या कंडुवा रोग  (False Smut ) धान Paddy में काफी अधिक नुकसान पहुंचने वाला रोग Disease है।इस रोग को 3 नाम से जाना जाता है हल्दी गांठ ,कंडुआ रोग या false smut . आज हम धान के हल्दी गांठ रोग के बारे में जानेंगे एवं कंडुवा रोग के सबसे सस्ते उपचार रोकथाम तथा इसकी पहचान के वारे में बात करेंगे किसान भाईओ आप हमारी वेबसाइट agricultureuse पर सभी प्रकार की किसान सम्बन्धी जानकरी प्राप्त कर सकते है जानकारी अगर अच्छी लगे तो किसान साथिओ के साथ जरूर शेयर करें।

Identification of rice false smut disease -

धान में लगने वाला यह रोग एक फफूंद (Fungus )  जनित रोग है, जो Ustilaginoidea virens फफूंद  के कारण फैलता है। यह रोग का प्रकोप तब होता है जब धान में बालियाँ निकलती है।  यह रोग मुख्यता धान के दानों पर दिखाई पड़ता है शुरुआत में यह धान हरे दानों  पर आक्रमण करता है।

False Smut disease of Rice
False Smut disease of Rice


दाना जब भरता है तब यह अचानक से हरे रंग से पीला पड़ जाता है यह पीला पड़ने के साथ फूलकर गोल हो जाता है तथा इसमें पीले रंग का पाउडर निकलता है यह संक्रमण एक पौधे से अन्य धान के पोधो में तेज़ी से फैलता है वायु द्वारा यह रोग तेज़ी से धान मैं लगने वाला ऐसा रोग है जो कि धान की फसल में 80% तक नुकसान पहुंचाता है इसलिए इसका जल्द से जल्द उपचार करना अति आवश्यक है।

False Smut disease of Rice
False Smut disease of Rice


  इस रोग का उत्पादन पर सीधा असर पड़ता है  यह रोग सभी प्रकार की किस्में चाहे वह हाइब्रिड हो या साधारण धान का का बीज हो सभी पर प्रकोप करता है  यह रोग लगने पर धान की उपज कम होती है तथा इसके साथ ही धान की मार्केट वैल्यू या कीमत भी कम हो जाती है क्योंकि इस रोग के लग जाने से धान काले रंग की की रंग की पड़ जाती हैं

False Smut ,हल्दी गांठ रोग फैलने के कारण -



  1. धान का बीज अगर रोग ग्रस्त है तो उस बीज के पौधे में के पौधे में यह रोग जरूर होता है या कहें तो रोग बीज से ही उत्पन्न होता है इसलिए बीज उपचार आवश्यक है
  2. बाजू वाले खेत में खेत में अगर धान लगी हुई है उसमें यह रोग है तो आपके खेत की धान में भी यह रोग आ जाएगा। 
  3. ज्यादा हवा चलने से यह रोग तेजी से फैलता है। 
  4. तापमान में वृद्धि होने या नमी की मात्रा मैं कमी होने से यह रोग फैलता है। 
  5. अधिक यूरिया या नाइट्रोजन का प्रयोग करने से यह रोग उत्पन्न होता है अतः कम यूरिया का प्रयोग करना चाहिए या धान में बाली बनने की अवस्था में यूरिया का प्रयोग नही करना चाहिए 


Management of Rice False Smut disease/ कंडुआ रोग उपचार -


1. बीज उपचार -  बीज उपचार द्वारा हल्दी गांठ रोग रोग होने से रोका जा सकता है इसके लिए जब धान का रोपा डाला जाए डालने से पहले धान को कार्बेंडाजिम मैनकोज़ेब नामक फंगीसाइड से  उपचारित कर लेना चाहिए या आप जैविक खेती कर रहे हैं तो धान को गर्म पानी से धोकर रोपा डालना चाहिए ।

2. भौतिक उपचार -  प्रारंभ में यह खेत की एक या दो धान के पौधों पर यह रोग दिखाई पड़ता है अतः जिन पौधों पर हल्दी गांठ का प्रकोप दिखता है उन्हें बड़ी पॉलिथीन की की मदद से धान की वाल को ढक कर कर खेत से पूरे पौधे को उखाड़ कर खेत से दूर ले जाकर जला देना चाहिए।

3 जैविक उपचार -  हल्दी गांठ या कंडुआ रोग का जैविक उपचार करने के लिए धान की फसल में ताम्र युक्त छाछ का छिड़काव 4 दिन के अंतराल से लगातार करना चाहिए।

4. रासायनिक उपचार - 
best fungicide for false smut of rice
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  • रासायनिक उपचार के लिए प्रॉपिकॉनाजोले 25%  EC का प्रयोग 250 ML प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करना है 
  • इसके अलावा आप BYER कंपनी की Nativo नामक फंगीसाइड का उपयोग कर सकते हैं इसके साथ आपको एंटीबायोटिक तथा  NPK 0:0:50 का भी छिड़काव 1 KG प्रति एकड़ के हिसाब से करना है।
  •  इसके अलावा आप कॉपर ऑक्सिक्लोराइड 50% WP का भी छिड़काव कर सकते हैं इससे पहले आपको कृषि विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है
  • कल्ले निकलने की stage पर छिड़काव करें  , spray Hexaconazole  1ml/lit or Chlorothalonil 2g/lit.

किसी भी प्रकार की समस्या हो तो कमेंट बॉक्स में पूछे। एक किसान होने के नाते इस जानकारी को किसानो के साथ जरूर शेयर करें। 

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